हिंदी विक्रमी सम्वत पंचांग के मार्गशीर्ष माह में शुक्ल पक्ष की एकादशी का व्रत व्यक्ति को जन्म-मृत्यु के बंधन से मुक्त कराती है। इस एकादशी व्रत को धारण करने वाला मनुष्य जीवन भर सुख भोगता है और अपने अंतिम समय में निश्चित ही मोक्ष को प्राप्त होता है। मोक्ष दिलाने वाले इस दिन को मोक्षदा एकादशी भी कहते हैं।