मंगला गौरी व्रत माँ पार्वती की आराधना हेतु श्रावण मास के प्रत्येक मंगलवार को मंगला गौरी व्रत अधिकांशतः महिलाओ द्वारा किया जाता है। मंगला गौरी व्रत से जुडी कुछ महत्वपूर्ण जानकारियां निम्नलिखित है।
• भारत में धार्मिक व्रतों का सर्वव्यापी प्रचार रहा है। यह हिन्दू धर्म ग्रंथों में उल्लखित हिन्दू धर्म का एक व्रत संस्कार है।
• श्रावण के सभी मंगलवारों पर यह व्रत किया जाता है।
• विवाहित नारियों के द्वारा विवाह के उपरान्त पाँच वर्षों तक किया जाता है।
• महाराष्ट्र में मंगला गौरी व्रत अधिक प्रचलित है।
• पूजा करने वाली नारियाँ मध्याह्न में मूक होकर भोजन करती हैं।
• 16 प्रकार के पुष्प; 16 सुवासिनियों; 16 दीपों के साथ देवी का नीराजन किया जाता है।
• पुत्र प्राप्ति एवं सभी कामनाओं की पूर्ति के लिए मंगला से प्रार्थना की जाती है।
• दूसरे दिन प्रातः गौरी विसर्जन किया जाता है।