चैत्र मास के प्रथम दिन यानि शुक्ल प्रतिपदा का विशेष धार्मिक महत्व है। ऐसा इसलिए है क्योंकि -
1- धर्म ग्रंथों के अनुसार, चैत्र शुक्ल प्रतिपदा को रेवती नक्षत्र में विष्कुम्भ योग में दिन के समय भगवान विष्णु ने मत्स्य अवतार लिया था।
2- चारो युगों में प्रथम सतयुग का प्रारम्भ भी इसी तिथि से माना जाता है।
3- मर्यादा पुरूषोत्तम भगवान श्रीराम का राज्याभिषेक भी इसी तिथि को हुआ था।
4- युगाब्द (युधिष्ठिर संवत) का आरम्भ इसी तिथि को माना जाता है।
5- उज्जयिनी (वर्तमान उज्जैन) के सम्राट विक्रमादित्य द्वारा विक्रमी संवत् का प्रारम्भ भी इसी तिथि को किया गया था।
6- महर्षि दयानंद द्वारा आर्य समाज की स्थापना भी इसी दिन की थी।