मन्त्रः-
“भव भेषज रघुनाथ जसु,
सुनहिं जे नर अरु नारि ।
तिन्ह कर सकल मनोरथ,
सिद्ध करहिं त्रिसरारि ।।”
मन्त्र की प्रयोग विधि और लाभः-
कामना के अनुसार माला लेकर उससे इस मन्त्र के ५०० जप नित्य करते हुए ३१ दिन तक करें । जब आवश्यकता हो तब पान या इलायची को इस मन्त्र से शक्तिकृत करके उस व्यक्ति को खीलायें, जिससे कार्य करवाना हो ।
इस मन्त्र के प्रयोग से सकल मनोरथ सिद्ध होते हैं ।