व्यतिपात योग में जन्म लेने वाले जातक के गुण
इस योग में जन्म लेने वाला जातक माता-पिता के वचनों को मानने वाला, गुप्तांग रोगी, कठोर हृदय वाला होता है। दूसरों के कष्ट में बाधा डालने वाला, बड़े कष्ट से जीवित रह पाता है। भाग्य साथ देता है व श्रेष्ठ मनुष्य होता है। इस योग में किए जाने वाले कार्य से हानि ही हानि होती है। अकारण ही इस योग में किए गए कार्य से भारी नुकसान उठाना पड़ता है। किसी का भला करने पर भी आपका या उसका बुरा ही होगा।
जातक का स्वभाव सेना मे जाने पुलिस मे जाने या जासूसी क्षेत्र मे जाने का होता है वह रक्षा वाले कारको मे सबसे आगे देखा जाता है बुराइयों को समाप्त करने मे उसे हत्या जैसे काम करने से भी परहेज नही होता है कानूनी कामो मे उसे विशेष सफ़लता मिलती है राजनीति मे जाने और राजनीति मे फ़ैली कुरीतियों को समाप्त करने मे वह अपने शरीर का भी ख्याल नही रखता है जीव हिंसा केवल मारक जीवो के लिये ही देखी जाती है जातक कभी भी मांस मदिरा आदि का सेवन नही करता है और किसी प्रकार की संगति मे करने लगता है तो फ़ौरन उसके शरीर मे कोई बीमारी या आफ़त होनी शुरु हो जाती है पिता के स्वभाव से विपरीत स्वभाव होता है बिजली के काम करना शक्ति से पूर्ण काम करना आदि धन की आवक के मुख्य स्तोत्र होते है