वरीयान योग में जन्म लेने वाले जातक के गुण
वरीयान योग का जातक अन्न, भवनादि को भोगने वाला, नम्रतायुक्त होता है। सुकर्म करने वाला, कला, संगीत व नृत्य में दक्ष होता है।
इस योग मे पैदा होने वाला जातक अक्सर शिक्षा के क्षेत्र को चुनता है और किसी भी प्रकार की शिक्षा को देने और उसके द्वारा लोगो के जीवन को सुधारने का कारण उसके पास होता है भले ही वह गरीब परिवार मे पैदा हुआ हो लेकिन उसके पास शिक्षा के द्वारा लोगो को धनी बनाने की कला होती है वह कारणो को अपने लिये प्रयोग नही कर सकता है लेकिन दूसरो के लिये साधना का रूप बताना उसकी आदत मे होता है। रोजाना जी जिन्दगी बहुत ही समय से चलने वाली होती है समय से जगना समय से सोना और सभी शरीर परिवार और समाज के कामो को समय से करने की आद्त होती है रोजाना जी जिन्दगी से जातक की पहिचान की जाती है जातक न तो अधिक बोलता है और न ही अधिक हंसता है केवल मनोधारणा से जातक की पहिचान होती है वही बात करता है जो बात लोगो के लिये कल्याणकारी होती है।