शुक्ल योग में जन्म लेने वाले जातक के गुण
शुक्ल योग का जातक कवि, प्रतापी, शूरवीर कला के तत्व को जानने वाला सभी का प्रिय, अत्यन्त बली, आदर और स्वच्छ वस्त्र धारण करने की अभिलाषा रखने वाला होता है। शुक्ल योग मे जन्मा व्यक्ति जीवन की ऊंचाइयो को सहज ही प्राप्त कर लेता है उसके जन्म के बाद पिता से और माता से आपसी मतभेद पैदा हो जाते है माता के द्वारा ही जातक का पालन पोषण किया जाता है माता के द्वारा कष्टमय जीवन जीने के कारण जातक की बहुत सी इच्छाये पूरी नही हो पाती है,शादी के बाद जातक अपने जीवन साथी के साथ जीवन की सभी अपूर्ण इच्छाओ की पूर्ति चाहता है अक्सर इसी कारण से जातक का जीवन साथी के परिवार से तनाव हो जाता है और यही तनाव आजीवन बना रहने से जातक की भी अपनी माता की तरह से हालत हो जाती है अगर जातक पुरुष जातक है तो जातक आजीवन संघर्षों से घिरा रहने के बावजूद भी अपनी इच्छाओ की पूर्ति नही कर पाता है,जातक के लिये बुरा समय जीवन के शुरुआत से ही शुरु होना माना जाता है लेकिन उम्र की अधेड अवस्था से जातक के लिये अच्छा समय शुरु हो जाता है.