शिव योग में जन्म लेने वाले जातक के गुण
शिव योग में उत्पन्न मनुष्य मंत्र शास्त्र का ज्ञाता, इंद्रियों को वश में रखने वाला सुंदर देहवाला भगवान शिव की कृपा से सुखी होता है और सभी प्रकार का कल्याणों का पात्र होता है।
इस योग मे पैदा होने वाला जातक शुरु से मनमर्जी का अधिकारी होता है उसे शरीर की कोई चिन्ता नही होती है अघोरी बातो मे उसे अधिक देखा जाता है वह सभी प्रकार के भोजन करने नशे वाले कारक प्रयोग करने जहरीले जीव जन्तुओं की पालना करने खुद के अन्दर अपने को मस्त रखने तथा लोगो के लिये कल्याणकारी कारक पैदा करने के लिये माना जाता है। जातक को समय कब अच्छा है कब बुरा है का कोई पता नही होता है कपडो रहने के स्थान तथा पारिवारिक रूप जातक के लिये कोई मायना नही रखता है अक्सर इस योग मे पैदा होने वाले जातक जवानी के बाद या तो साधु संतो की श्रेणी मे आजाते है या अज्ञात जीवन जीना शुरु कर देते है।