क्या आप जानते हैं रावण की कई हजार पत्नियां थीं और सभी रावण से प्रेम भी करती थीं। रावण के दरबार में या दरबार से बाहर जो भी दशानन के संपर्क में आता था वह उससे मोहित हो जाता था। रावण का प्रभाव इतना अधिक था कि जब हनुमानजी ने पहली बार रावण को लंका के दरबार में देखा था तो वह भी अंचभित हो गए थे।
रावण का यह प्रभाव उसकी तांत्रिक साधना के बल पर था। दशानन तंत्र शास्त्र का महाज्ञाता था। रावण कई ऐसे उपाय भी करता था जिससे जो भी सामान्य इंसान उसे देखता था वह मोहित हो जाता था। रावण संहिता में कुछ खास तांत्रिक तिलक बताए गए हैं। जो भी व्यक्ति ये तिलक लगाता है उसकी बात सभी लोग मानते हैं। क्योंकि इससे लोग सम्मोहित हो जाते है। कुछ प्रमुख चमत्कारिक तिलक निम्नलिखित है।
सफेद आंकड़े को छाया में सुखा लें। इसके बाद कपिला गाय यानी सफेद गाय के दूध में मिलाकर इसे पीस लें और इसका तिलक लगाएं। ऐसा करने पर व्यक्ति का समाज में वर्चस्व हो जाता है।
अपामार्ग के बीज को बकरी के दूध में मिलाकर पीस लें, लेप बना लें। इस लेप को लगाने से व्यक्ति का समाज में आकर्षण काफी बढ़ जाता है। सभी लोग इनके कहे को मानते हैं।
शास्त्रों के अनुसार दूर्वा घास चमत्कारी होती है। इसका प्रयोग कई प्रकार के उपायों में भी किया जाता है। यदि कोई व्यक्ति सफेद दूर्वा को कपिला गाय यानी सफेद गाय के दूध के साथ पीस लें और इसका तिलक लगाएं तो वह किसी भी काम में असफल नहीं होता है।
यदि आप घर या समाज या ऑफिस में लोगों को आकर्षित करना चाहते हैं तो बिल्वपत्र तथा बिजौरा नींबू लेकर उसे बकरी के दूध में मिलाकर पीस लें। इसके बाद इससे तिलक लगाएं। ऐसा करने पर व्यक्ति का आकर्षण बढ़ता है।