हर्षण योग का जातक सुंदर वदन, वाक शास्त्रयासी, रक्तिम वर्ण, अलंकार प्रिय, शत्रु नाशक, राजप्रिय, भाग्यवान, विद्या में प्रवीण, सदैव आयुध धारण करने वाला होता है।
जातक का काम संचार के साधनो मे अधिक होता है वह चुगली करने का कारक भी होता है मीडिया या इसी प्रकार के क्षेत्र मे उसे सफ़लता मिलती है रोजाना के कामो मे संचार टेलीफ़ोन या मीडिया आदि के कामो मे वह अपने को व्यस्त रखता है,धागे का काम भी जातक के लिये फ़ल दायी होता है माता के परिवार से प्रेम होता है नाना के संस्कार उसके अन्दर होते है वह आदेश का पालन करने वाला होता है लोगो की सहायता के काम करने की आदत होती है अपने को जनता के कामो मे अग्रणी रखता है और राजनीति मे जाने के बाद लोगो की सहायता भी संचार के साधनो से करता है कद छोटा होता है लेकिन बुद्धि मे बहुत तेज होता है खुद कोई बुरा काम नही करने के बाद दूसरो से प्रतिस्पर्धा मे प्रतिद्वंदी को पछाडने की आदत होती है,भीड के साथ रहना और एक साथ हमला करने की भी आदत होती है हथियार आदि चलाने की विशेष योग्यता होती है शुरु का जीवन किसी बडे आदमी की सहायता मे बीतता है जिससे लोगो मे उठने बैठने और बात करने का लहजा भी आजाता है धन के मामले मे अनिश्चितता रहती है कभी बहुत होता है और कभी बिलकुल नही होता है तंत्र मंत्र और इसी प्रकार के कामो मे बहुत लगाव होता है जादुई बाते और उन पर अमल करना भी देखा जाता है