Saphala Ekadasi (सफला एकादशी)
सफला एकादशी व्रत पौष मास के कृ्ष्ण पक्ष की एकाद्शी के दिन किया जाता है.
इस दिन भगवान नारायण की पूजा का विशेष विधि-विधान है. इस व्रत को धारण करने वाले व्यक्ति को व्रत के दिन प्राता: स्नान करके, भगवान कि आरती करनी चाहिए. और भगवान को भोग लगाना चाहिए. ब्राह्मणों तथा गरीबों, को भोजन अथवा दान देना चाहिए. रात्रि में जागरण करते हुए कीर्तन पाठ आदि करना चाहिए. रात्रि में जागरण करते हुए कीर्तन पाठ करना अत्यन्त फलदायी रहता है. इस व्रत को करने से समस्त कार्यो में सफलता मिलती है. यह एकादशी अपने नाम के अनुसार व्यक्ति को सफलता देती है.