कामिका एकादशी सावन माह के कृ्ष्ण पक्ष की एकादशी को मनाई जाती है। इस एकादशी के दिन भगवान श्री कृ्ष्ण की पूजा करने से फल मिलता है। वह फल काशी और अन्य तीर्थ स्थानों में स्नान करने से मिलने वाले फल के समान होता है। इस एकादशी का व्रत करने के लिये प्रात: स्नान करके भगवान श्री विष्णु को भोग लगाना चाहिए। आचमन के पश्चात धूप, दीप, चन्दन आदि पदार्थों से आरती उतारनी चाहिए।