अजा एकादशी का व्रत भाद्रपद के कृष्ण पक्ष की एकादशी को किया जाता है। यह एकादशी का व्रत समस्त पापों और कष्टों को नष्ट करके हर प्रकार की सुख-समृद्धि प्रदान करता है। इस व्रत को करने से पूर्वजन्म की बाधाएं दूर हो जाती हैं। इस एकादशी को 'जया', 'कामिका' तथा अजा एकादशी कहते हैं। आज भगवान विष्णु के उपेन्द्र स्वरूप की पूजा-अराधना की जाती है तथा रात्रि जागरण किया जाता है।